नओमीका सरन - सकल मगन, सुखमंगल गावहिं। नाभ ते सुरन, सुमन वर्षावहिं॥ शम्भु, उमा, बहुदान लुटावहिं। सुर मुनिजन, सुत देखन आवहिं॥ तिनके सात प्रदक्षिण कीन्हें॥ धनि गणेश कही शिव हिये हरषे। नभ ते सुरन सुमन बहु बरसे॥ जब भगवान शंकर ने. नओमीका सरन : 834 otmetok «nravitsya», 22 kommentariev — sameer vidwans (@sameervidwans) v instagram: